Stop saying " PUBG khatarnak h" gaming community in india

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10 साइन के बाद इस पेटीशन को लोकप्रिय पेटीशनों में फीचर किए जाने की संभावना बढ़ सकेगी!
Sunil Choudhary ने Gaming community and Media can make this Happen (Rajasthan patrika) को संबोधित करके ये पेटीशन शुरू किया

Hello Dosto me ek student or YouTuber hu ( NK Expert) me Developer or YouTuber banana chata hu me PUBG ki live streaming bhi YouTube karta tha lekin kuch dino se media or khaskar Rajasthan patrika wale journalist newspaper me PUBG ke bare me kuch jaida hi article de rahe h wo bhi Negative bhaiyo abhi toh India me Gaming community bani bhi nhi usse pehle hi logo ne todna suru Kar Diya . In article ki wajah se mere parents ko gaming hi galat lagne lagi or kehne lage ki pafal ho jate h gaming see isliye wo chate h ki me kuch or karu lekin muje kissi or job me interest nhi h . Ye Meri Ghar ki kahani nhi h lagbhag sabhi gamers or new YouTuber ki kahani h .or rajasRaja patrika wale kahte h khatarnak h PUBG . Game ko galat bolte .H Rajasthan patrika wale or kuch din pehle unhone hi Me Next me Ek Article Diya ki apne man pasand game ko khelkar Paisa Kamae live streaming karke  ab sabko pta h game galat nhi h chae wo Pubg ho ya Call of duty . India me logo ki soch hi galat h ki game bss bss bachhe khelte h or game bss maje ke liye khelte h or ab toh media ki wajah se or galat ho RHA h me yahi kehna chata hu ki ye media wale negative news na felae ise .muje bahut problem ho rhi h or balki or bhi bahut jano ko 

 

Rajasthan patrika ki ye news 

नशे से भी खतरनाक पबजी गेम.. गुजरात के बाद राजस्थान में भी प्रतिबंध की मांग, जानिए क्या है वजह

यदि आप या आपके बच्चे ऑनलाइन पबजी गेम (pubg game) खेल रहे हैं तो सावधान! चिकित्सकों का कहना है कि ज्यादा समय यह गेम खेलने वाले की याद्दाश्त खो सकती है या पागलपन का शिकार हो सकते हैं। वर्तमान में स्कूली बच्चों और युवाओं में पबजी गेम काफी लोकप्रिय हो रहा है। जिन्हें इसकी लत लग जाती है वे दिन हो या रात, गेम खेलने में व्यस्त रहते हैं। इससे खेलने वाले का शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित हो रहा है। हाल ही में गुजरात में इस गेम पर प्रतिबंध लगा दिया है। राजस्थान में भी इस गेम पर प्रतिबंध की मांग जोर पकडऩे लगी है।

क्या है पबजी गेम
यह गेम 2017 में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के लिए लॉन्च किया गया था। यह इतना लोकप्रिय हुआ कि इसे एंड्रॉयड और आइओएस पर भी लॉन्च करना पड़ा। यह मल्टीप्लेयर गेम है। इसमें अन्य खिलाडि़यों को मारना पड़ता है। इसे खेलने वाला अपनी टीम के साथ आइलैंड में उतरता है और उसे वहां छिपे अन्य खिलाडि़यों को मारना होता है। जो अंत में जीवित बचता है, वही विजेता बनता है।

स्मरण शक्ति खोने का खतरा
‘यह गेम खेलने वाले बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं और अलग-थलग रहने लगते हैं। एेसा इसलिए होता है कि गेम खेलते समय डोपामिन नाम का न्यूरोकेमिकल श्रावित होता है। नशा करने वालों के दिमाग में भी यही न्यूरोकेमिकल श्रावित होता है। इससे स्मरण शक्ति खोने के साथ ही पागलपन के दौरे भी पड़ सकते हैं।
-डॉ सुरेंद्र कुमार, सहायक आचार्य, मानसिक रोग विभाग, एमडीएम अस्पताल

स्मार्टफोन से दूर रखें बच्चों को
‘बच्चों को स्मार्टफोन नहीं दें। यदि जरूरी भी है तो नियमित जांच करते रहें की बच्चा फोन में क्या गेम खेल रहा है। बच्चे को एेसे गेम की लत से बचाने के लिए माता-पिता का जागरूक होना आवश्यक है।
-डॉ घनश्याम दास कूलवाल, विभागाध्यक्ष मानसिक रोग विभाग, एमडीएम अस्पताल

‘सरकार को जल्द से जल्द इस गेम पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। इसके लिए सख्त कानून बनाया जाना आवश्यक है। जिससे बच्चों को इनके दुष्प्रभाव से बचाया जा सके।
नरेंद्र सिंह, अभिभावक

‘जब गुजरात में सरकार की ओर से इस गेम पर प्रतिबंध लगा दिया गया तो राजस्थान में क्यों नहीं। सरकार को जल्द से जल्द एक्शन लेना चाहिए। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं हो।

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