कैम्पस खोलो

कैम्पस खोलो
यह पेटीशन क्यों मायने रखती है

प्रधानमंत्री जी के लॉक डाउन की घोषणा के बाद विश्वविद्यालय परिसर को बंद कर दिया गया। विश्वविद्यालय से जाते वक्त किसी भी छात्र - छात्रा को नही पता था कि इतने लंबे समय ( 8 माह ) के लिए घर जा रहे है , अतः वे अपनी किताब , नोट्स आदि ज़रूरी पाठ्य सामग्री हॉस्टल में छोड़कर गए , जिससे उनकी आज की पढ़ाई मुकम्मल नही हो पा रही है। आज जब पूरे देश में अनलॉक की व्यवस्था बहाल कर दी गई है मंदिर , मस्जिद ,राजनैतिक रैलियां , बाजार सब खोल दिए गए है लेकिन विश्वविद्यालय के कैम्पस अभी तक नही खोले गए है l
आज विश्वविद्यालय में सभी कार्यरत कर्मचारी पुनः कार्यरत है , असिस्टेंट प्रोफ़ेसर आदि की नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है l सभी विभागीय क्रियाकलाप बहाल कर दिए गए है , सबके लिए कैम्पस खोल दिया गया , लेकिन विद्यार्थियों के लिए अभी भी पूर्णतया बन्द है .
आज विश्वविद्यालय प्रशासन कक्षाएँ ऑनलाइन माध्यम से शुरू कर चुका है ऐसी परिस्थिति में हमारी विश्वविद्यालय प्रशासन से निम्न मांगे है.
1 ) - हॉस्टल खोलो .
BHU में पढ़ने वाले अधिकांश छात्र - छात्रा ग्रामीण परिवेश के है जहां पर हायर स्टडीज के लिए पठन पाठन का कोई माहौल नही है , उनके पास ना किताबें है और ना ही उनके गावँ में कोई लाइब्रेरी, ऐसे में हॉस्टल खोला जाए और विद्यार्थियों को पठन पाठन का माहौल दिया जाए .
इंटरनेट की व्यवस्था भी सुचारू रूप से नहीं है जिससे वो ऑनलाइन क्लास से जुड़ने में असमर्थ है इसलिए हॉस्टल खोला जाए जिससे वो BHU WiFi का उपयोग कर सकें और ऑनलाइन क्लासेज से जुड़ सकें l
2 ) - कैम्पस में पठन-पाठन की प्रक्रिया पुनः शुरू किया जाए .
BHU में पढ़ने वाले वाले स्टूडेंट्स बहुतायत मात्रा में गरीब परिवार से आते हैं,कई ऐसे छात्र है जिनके पास ऑनलाइन क्लास से जुड़ने के लिए जरूरी गैजेट्स ही नही है।अतः कोविड महामारी से बचने के लिए बनाए गए नियमों ध्यान में रखते हुए ऑफलाइन क्लासेस की प्रक्रिया भी शुरू की जाए।
3 ) कैम्पस की बस व्यवस्था को पुनःबहाल किया जाए .
4 ) मैत्री , एग्रो कैफे जैसे सभी जलपान गृह, दुकानों को पुनः खोला जाए .
5 ) प्रथम वर्ष के नवप्रवेशी छात्रों को हास्टल अलाटमेंट अभी नही किया जा रहा है, जिससे वे उलझन की स्थिति में है , उनके हॉस्टल तत्काल प्रभाव से अलॉट किये जाए।
6 ) केंद्रीय पुस्तकालय एवं साइबर लाइब्रेरी की व्यवस्था को पुनः बहाल किया जाए।
7 ) सभी प्रायोगिक लैब खोला जाएगा .
विश्वविद्यालय में विज्ञान की सभी प्रायोगिक गतिविधियां बन्द है, जिससे वहां के शोधार्थियों के शोध कार्य मे बाधा उत्पन्न हो रही है, अतः BHU के सभी लैब तुरन्त प्रभाव से खोले जाए .
लॉक डाउन के इन 8 महीनों में सभी विद्यार्थियों ने पठन पाठन की सभी गंभीर समस्याओं को झेला है और संसाधनों की कमी को महसूस किया है , इसलिए हमारी यह मांग है कि कैम्पस को पूर्णतया खोला जाए एवं सभी सेवाओं को पूर्व की तरह बहाल की जाए l