शुद्ध के लिए युध्द

शुद्ध के लिए युध्द

मैं मिलावट से बहुत दुखी हूं इसके कारण हम सब कमजोर होते जा रहे हैं ।
हमारे खाना न्यूट्रीशन रहित हो रहा है जिसके कारण लोगों की इम्यून सिस्टम कमजोर हो रहा है ।
खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिए कोई ठोस कानून नहीं है ।
फसलों में पेस्टीसाइड के उपयोग से कैन्सर जैसी बीमारीयो की भयावहता हो रही है ।
मिलावटखोरों के खिलाफ कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा है ।
मिलावट को लेकर कोई एजुकेशन नहीं है ।
सबसे शर्म की बात हमारे सेलिब्रिटी मिलावटी खाद्य पदार्थों और अन्य मिलावटी सामग्रीयो का विज्ञापन करते हैं ।
हमारे खाना खाने के लिए कोई पारदर्शी एवं विश्वस्तरीय विश्वसनीय मानक नहीं है ।
जैसे आम इन्डियन खाद्य पदार्थों को दुनिया के जापान, अमेरिका, अरब देशों, स्पेन, जर्मन आदि लिए भी खाने योग्य माना जावे ।
हमारे यहाँ के खाद्य पदार्थों पर इन्टरनेशनल कोसर रेटिंग का कोई मानक नहीं होता जिससे यह साबित हो की हमारे यहाँ का खाना पूरी दुनिया में खाने योग्य है ।
कोई कठोर कानून नहीं है जो लोग मिलावट करके मानवता से अमानवीय खेल खेल रहे हैं ।
इतना कुछ है कि विस्तार से लिखने लगूं तो कई दिन या महीने खत्म हो सकते है ।
मिलावट खत्म करो और इन्सान बचाओ ।
धन्यवाद