Justice for Kiran Negi

Justice for Kiran Negi
Why this petition matters

यह एक बलात्कार और क्रूर हत्या थी ....
यह याचिका "किरण नेगी" के मामले से संबंधित है, वह दिल्ली के नजफगढ़ में रहती थी, और उसका अपहरण कर लिया गया और उसे जबरदस्ती हरियाणा के फरीदाबाद ले जाया गया, जहाँ उसके साथ लगातार सामूहिक बलात्कार किया गया और 4 दिनों तक उसे बेरहमी से पीटा गया। फिर उसे खेत में छोड़ दिया गया, जहाँ वह 3-4 दिनों तक जीवित रही और फिर गंभीर चोटों के कारण उसकी मृत्यु हो गई।
दरिंदों ने दरिंदगी की हर सीमा कर दी थी पार
यह मामला वर्ष 2012 का है। पौड़ी के नैनीडांडा ब्लॉक में परिवार दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका में कुतुब विहार, फेज-II में रहता है। पीड़िता दिल्ली के एक कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रही थी और शिक्षिका बनना चाहती थी। परिवार की आर्थिक सहायता के लिए एक कार्यालय में डाटा एंट्री आपरेटर के रूप में काम करती थी।
जानकारी के अनुसार, 9 फरवरी 2012 के जब वो अपने आफिस से लौट रही थी तो तीन लोगों ने उसका अपरहण कर लिया। आरोपी उसे हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रोढाई गांव के गांव में करीब 30 किमी दूर एक सरसों के खेत में ले गए। वहां उन्होंने दरिंदगी करने के बाद बेहद निर्मम तरीके से घायल कर वहीं मरने के लिए छोड़ दिया। चार दिन तक वो वहीं तड़पती रही। समय पर उपचार न मिलने की वजह से उसकी मौत हो गई। इसके बाद लोअर कोर्ट ने आरेापियों को मौत की सजा दी। इसके बाद जब यह मामला हाईकोर्ट गया तो वहां भी लोअर कोर्ट के फैसले को यथावत रखा गया।
दिल्ली हाई कोर्ट ने फांसी पर लटकाने का फैसला सुनाया था, लेकिन रेपिस्ट के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट से सजा कम करने की अपील की थी.
क्या आप मानते हैं कि मौत तक फांसी देना बलात्कारी और हत्यारे के लिए उचित सजा है?
यदि हां, तो कृपया उत्तराखंड बचाओ आंदोलन के "जस्टिस फॉर किरण नेगी" अभियान में शामिल हों।
जब तक अभियुक्तों को सजा नहीं मिल जाती है हमें यह लड़ाई लड़ते रहना होगा। कुछ सोशल मीडिया यूजर ने इस घटना को अंकिता भंडारी हत्याकांड से भी जोड़ा। कहा कि पहाड़ की बेटियों के हत्यारों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
आइए एक साथ आएं और अपनी आवाज बुलंद करें और "किरण नेगी के लिए न्याय" की मांग करें।