शिक्षा बनी कमाई की दुकान

शिक्षा बनी कमाई की दुकान
यह पेटीशन क्यों मायने रखती है

- Good evening Sir,
मैं अवधेश मीना,सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ एजुकेशन बिलवा,सांगानेर,जयपुर का B.Ed का छात्र हूं . हमारे कॉलेज की प्रिंसिपल श्रीमती डॉ. रितु द्वारा :-
1. B.Ed फीस (27000/-)के अलावा 5000/- किट के नाम से, 1000/- फाइनल लेशन के नाम से और 100/- डेवलपमेंट फीस के नाम से ( Total- 33100/-) विद्यार्थियों से लिए जा रहे हैं.
2. प्रिंसिपल के द्वारा,दुर्व्यवहार,जाति-वाद,पूरी कक्षा के बच्चों को चोर बोलना व कॉलेज जाते हैं,तब कॉलेज से बाहर निकालकर उनकी उपस्थिति को कम दिखाकर और पैसे (अनुपस्थिति के नाम पर) लिए जाते हैं
3. हमारे कॉलेज में 26 शिक्षक/शिक्षिका (केवल B.Ed कक्षा के लिए) होने चाहिए पर लगा रखे हैं 7 ही. यह शिक्षक/शिक्षिका ही B.Ed, B.Sc B.Ed or BA B.Ed की कक्षाएं लेते हैं. प्राप्त अध्यापकों की व्यवस्था नहीं होने के कारण हमारी पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है. अध्यापकों की कमी के कारण कॉलेज का 2018 का परिणाम B.Sc B.Ed में 17 or BA B.Ed में 3 छात्र-छात्राएं फेल हो गए हैं. और जो शिक्षक लगा रखे हैं वे शिक्षक भी b.Ed कक्षाओं को पढ़ाने के उम्मीदवार नहीं है.
4. साइंस की लेबो को बंद (ताला) कर रखा है. किसी को भी लेबो में ले जाकर नहीं सिखाया जाता. बच्चे लाइब्रेरी में पढ़ने जाते है. तब लाइब्रेरी को बंद करा दिया जाता है और लाइब्रेरी वाली मैडम को प्रिंसिपल ऑफिस में बुला लिया जाता है.
5. कॉलेज में स्वच्छ पीने का पानी की भी व्यवस्था नहीं है, इस कारण कहीं बाहर बच्चों के पेट दर्द की प्रॉब्लम होती है बिलवा के पानी में टीडीएस (TDS) 1500 के ऊपर है.
6. प्रिंसिपल का व्यवहार ऐसा है कि आए दिन बच्चों से लड़ाई करना शिक्षकों से भी लड़ाई करना इस कारण प्रिंसिपल के आगे बच्चे और शिक्षक दोनों डरते हैं. प्रिंसिपल के इस गलत व्यवहार के कारण बहुत सारे शिक्षक व शिक्षिका कॉलेज को छोड़ चुके. सर मैंने 181 पर भी शिकायत दर्ज करा चुका हूं और वहां से भी कुछ जवाब नहीं आ रहा है अतःश्रीमान जी से निवेदन है, कि वे हमारी समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करके सभी छात्र-छात्राओं को इस समस्या से छुटकारा दिलाएं. "धन्यवाद!"
डिसीजन-मेकर (फैसला लेने वाले)
- hh
- District collector, University of Rajasthan, Chief Minister of Rajasthan, Department of Education