फरीदाबाद का नाम तिलपत रखा जाए

फरीदाबाद का नाम तिलपत रखा जाए
Why this petition matters

श्री मान जी,
सारे देश में अपने कुचले हुए इतिहास को वापिस लाने की शुरुआत माननीय मोदी जी की लौकिक ऊर्जा में हो चुकी है कि हम अपने शहरों के नाम दोबारा से वही रख रहे हैं जो वास्तविक हैं।
केंद्रीय और राज्यीय स्तर पर इस कदम को अधिकांशतः पसंद भी किया जा रहा है और सराहा भी जा रहा है।
इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मैं आपके संदर्भ में अपने शहर फरीदाबाद के वास्तविक इतिहास को याद दिलाते हुए आपसे निवेदन करूँगा की हमारे शहर को भी महाभारत काल से मिले हुए नाम - तिलपत (तिलप्रस्थ) से संबोधित और सम्मानित करके हमें भी हमारे खोये हुए अभिमान और सच को वापिस दिया जाए।
श्री मान जी, सच्चाई की बात करुं तो -
- हमारे क्षेत्र को महाभारत काल से तिलप्रस्थ नाम से जाना गया है जो कि श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध के दौरान पांडवों के लिए कौरवों से मांगे गए पांच गांवों -
1. इन्द्रप्रस्थ (दिल्ली)
2. स्वर्णप्रस्थ (सोनीपत)
3. पानप्रस्थ (पानीपत)
4. व्याघ्रप्रस्थ (बागपत)
5. तिलप्रस्थ (तिलपत) में से एक है.
- यही नही, महान संत कवि सूरदास की तपोस्थली भी तिलपत ही रहा।
- स्थानीय समाज की मानें तो आज भी क्षेत्र के सभी गांवों के लोग आज भी तिलपत गांव को खेड़ा देवत यानी खेड़े के देवस्थल के रूप में पूजते हैं और हर खुशी के अवसर पर इस धरती की पूजा करने आते हैं।
दुर्भाग्य से इस पूजनीय और सम्मानीय नाम को बाकी शहरों की तरह जबरन बदल दिया गया ताकि यहां की जनता और पीढियां अपने आपको और अपने पूर्वजों को पहचान ना सकें, वही सोचें और करें जो उनके कट्टर शासक कहें और सदियों तक मानसिक गुलाम बने रहें।
आज जब हम हर जगह अपने पुराने नामों को वापिस रख कर अपने सम्मान और सत्य को जिंदा कर रहे हैं तो इस कड़ी में हमारे शहर के फर्जी नाम - फरीदाबाद को तुरंत प्रभाव से बदल कर तिलपत या तिलप्रस्थ रखा जाए।
धन्यवाद।