जनता की गुहार: गैस सिलेंडर के दाम कंट्रोल करे सरकार

जनता की गुहार: गैस सिलेंडर के दाम कंट्रोल करे सरकार
लगातार बढ़ रही महंगाई के बीच करोना ने लाखों लोगों की नौकरियां छीन ली हैं. ऐसे भयंकर दौर में भी रसोई गैस सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ते जाने से कई घरों में दो वक्त का खाना तक बनना बंद हो गया है. कमरतोड़ महंगाई से त्रस्त लोग मुसीबत के इस वक्त में सरकार की तरफ़ आस लगाए हैं कि राहत के लिए कुछ कदम उठाए जाएंगे, लेकिन इन हालात में भी इस साल जनवरी से ही सिलेंडर के दाम लगातार हर महीने बढ़ाए जा रहे हैं. सिलेंडर चाहे सब्सिडी वाला हो या बिना सब्सिडी वाला, ऐसा लग रहा है कि इसके दाम पर कोई लगाम ही नहीं है.
बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत में 6 अक्टूबर को 15 रुपये बढ़ाए गए थे. साल की शुरुआत में इस सिलेंडर की कीमत 694 रुपये थी, जो 9 महीने में बढ़कर 899 तक पहुंच गई है यानी इस साल अब तक कुल 205 रुपये बढ़ाए जा चुके हैं. अब तो ये सोचकर भी डर लगता है कि ये दाम और कितना बढ़ने वाले हैं.
क्या सरकार तेल कंपनियों को मनमाने ढंग से ऐसे ही दाम बढ़ाते रहने देगी, या रसोई गैस सिलेंडर की आसमान छूती कीमतों पर लगाम कसने के लिए कोई कदम उठाकर लोगों को राहत देगी? मुझे लगता है देश का हर मध्यम वर्गीय परिवार ये सवाल सरकार से पूछना चाहता है. क्या कोई राहत मिलेगी?
अगर आप भी एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में लगी आग से परेशान हैं और चाहते हैं कि सरकार कीमतों पर लगाम लगाने के लिए जल्द से जल्द कुछ करे, तो मेरी इस पेटीशन पर ज़रूर साइन करें. इस पेटीशन को शुरू करने का मकसद ही यही है कि जनता की पुकार को सरकार तक पहुंचाया जाए. इसके अलावा, चंद और मिनट निकालें और इस लिंक पर जाकर प्रधानमंत्री से भी गुहार लगाएं: https://pmopg.gov.in/PmoCitizenNew/Home/Index?language=hi
उम्मीदों के साथ,
शशि