ऑनलाइन गेम में धोखाधड़ी रोकने के लिए ये कदम उठाए।

ऑनलाइन गेम में धोखाधड़ी रोकने के लिए ये कदम उठाए।
आजकल हम यह सुनते रहते हैं कि ऑनलाइन गेमिंग में पैसा स्कैम होने के कारण बच्चे ने घर छोड़ा या फिर ऑनलाइन गेमिंग पैसा स्कैम होने से परेशान बच्चे ने किया आत्महत्या। इन बातों पर आप गौर करेंगे तो आपको दो बातें कमल लगेंगे। पहला ऑनलाइन गेमिंग और दूसरा पैसे। अब कुछ लोगों को लगेगा कि गेम केेेेे पैसे से हमको क्या लेना देना। तो मैं आपके जानकारी के लिए बता दूं की एक रिपोर्ट के अनुसार आज के समय भारत मेंं ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री लगभग 2 बिलियन डॉलर की है और इसकी पॉपुलर आ रही थी इतनी है कि आपको को अपने आस पास कोई ना कोई BGMI, free fire या ऐसा कोई गेम खेल खेलता दिख जाएगा।
अब समस्या यह है कि जहां पैसे हो और बच्चे भी वहां धोखाधड़ी की संभावना स्वतः ही बढ़ जाती है। यहां भी कई लोग ऐसे हैं जो बच्चों को लालच देकर पैसे लगते हैं या फिर उनकी प्लेयर आईडी हैक कर लेते हैं किसी न किसी तरीके से पैसे का scam करते हैं। स्कैम हो जाने के बाद ना तो पैसे की रिकवरी होती है ना ही आईडी की। क्योंकि यहां ऑनलाइन पैसे की ठगी से जुड़ा हुआ मामला है किंतु बच्चे इंवॉल्व होते हैं तो वह कानून के दाव पेज को नहीं समझते और यहां उनकी मदद करने वाला भी कोई नहीं होता जिससे बच्चे या फिर युवा अवसाद में चले जाते हैं और इसका परिणाम तो आपको पता ही है।
अब समस्या नहीं है तो इसका समाधान भी नए तरीके से होना चाहिए। चूँकि साइबर क्राइम से संबंधित धोखाधड़ी के रिपोर्ट के लिए एक हेल्प लाइन पहले से मौजूद है लेकिन गेमिंग के लिए नहीं।तो मैं इससे संबंधित लोगों अधिकारियो,मंत्रालयों से अनुरोध करूंगा कि कोई ऐसा हेल्पलाइन पोर्टल या इसके जैसा कुछ लाए हैं जिसमें बच्चे जाकर अपनी समस्या को बता सके और उनको मदद मिले और ऐसे स्कैम करने वाले को कड़ी से कड़ी सजा मिले।